दूर जा के भी दूर मुझसे तुम जा ना सकोगे |
भूल जाओगे खुद को, पर मुझे भुला ना सकोगे |
तुम में ही मै दफन हूँ, हूँ तुम में ही रवाँ |
मेरे निशान अपने जिस्म से, मिटा ना सकोगे |
दूर जा के ......
तुम तो हो ही ख़ास, पर मैं भी कोई आम नहीं हूँ |
सुन कर के भुला दोगे, मैं वो नाम नहीं हूँ |
आशिक मिलेंगे मुझसे तुम्हें, दुनिया में रोज़ लाख |
दीवाना कोई मुझ सा कहीं पा ना सकोगे |
दूर जा के भी दूर मुझसे तुम जा ना सकोगे |
दूर जा के भी दूर मुझसे तुम जा ना सकोगे |
achhi lagi rachna aapki
जवाब देंहटाएंgud post....keep it up
जवाब देंहटाएंvaaaaaaaaah.sundar.rachna...........
जवाब देंहटाएंAwesome Bro.......Awesome.....
जवाब देंहटाएं"तुम तो हो ही ख़ास, पर मैं भी कोई आम नहीं हूँ |
जवाब देंहटाएंसुन कर के भुला दोगे, मैं वो नाम नहीं हूँ |"
achhii lagii ye panktiya.
VERY GOOD INDEED.....DON'T U WRITE IN ENGLISH???
जवाब देंहटाएंदूर जा के भी दूर मुझसे तुम जा ना सकोगे |
जवाब देंहटाएंभूल जाओगे खुद को, पर मुझे भुला ना सकोगे |
तुम में ही मै दफन हूँ, हूँ तुम में ही रवाँ |
मेरे निशान अपने जिस्म से, मिटा ना सकोगे |
बढ़िया प्रस्तुति....साधुवाद
आप सभी की हौसलाफजाई के लिए शुक्रिया ...आशीर्वाद और प्रेम बनाये रखें...
जवाब देंहटाएंधन्यवाद ..
wahh kya baat hai behtreen........
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